कुपोषित होने के कारण उसे जिला अस्पताल के एनआरसी में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की माने तो इस बीमारी को वेयरवोल्फ सिंड्रोम कहते है शरीर में हार्मोंस इन्वेलेंस होने से यह बीमारी होती है। एक लाख बच्चों में एक या दो बच्चे एेसे पैदा होते हैं। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। उधर, उम्र बढऩे के साथ ही यौवनावस्था में यह बीमारी गंभीर रूप लेती है।
नाबालिग छात्रा से ग्रामीण चिकित्सा ने किया दुष्कर्म।
वेदांत सेन रायसेन जिले के सुलतानगंज का रहने वाला है। हैरानी की बात यह है कि यह बीमारी सिर्फ उसे है मां के अनुसार इस बीमारी के कारण बेहद शर्मिदगी उठानी पड़ती है। घर पर भी असहज महसूस होता है। वहीं बच्चे को भी बाहर खेलने के लिए नहीं छोड़ते है।
दूसरे बच्चे मजाक उड़ाते हैं। कुपोषित होने के कारण उसे 15 दिन पहले एनआरसी लेकर आई थी। मेडिसिन विभाग के डॉक्टर ने बताया कि महिला और पुरुष के अंदर जो क्रोमोसोम होते हैं। वह डॉमीनेट होने के कारण यही बीमारी होती है। बच्चे के अंदर बाई क्रोमोसोम के कारण के डिस्टर्ब होने के कारण यह बीमारी हुई है।
बच्चा 15 दिन पहले यहां भर्ती हुआ था। उसे वेयरवोल्फ सिंड्रोम नामक बीमारी है। इस वजह से उसकी मूछ निकल आई है। वह 1 साल का है लेकिन उसका शारीरिक विकास नहीं हो पाने से उसका उपचार चल रहा है।
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