राज्य में आगे भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा दो टर्म में लेने की तैयारी है इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव ने अधिकारियों के साथ बैठक की परीक्षा आगे भी दो टर्म में लेने को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया बैठक में यह बात सामने आई कि नई शिक्षा नीति में परीक्षा सेमेस्टर में लेने की बात कही गई है।
2023 सीबीएसइ की परीक्षा एक ही बार बोर्ड परीक्षा।
नई शिक्षा नीति के प्रवधान को देखते हुए इसे आगे भी जारी रखने पर विचार किया जा रहा है वर्ष 2020 में कोविड- संक्रमण के कारण परीक्षा दो टर्म में ली गई है स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इस संबंध में अगले माह तक अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा दो टर्म में परीक्षा होने पर प्रथम चरण की परीक्षा ओएमआर शीट पर और दूसरी चरण की परीक्षा उत्तरपुस्तिका पर ली जाएगी।
दोनों टर्म की परीक्षा में पांच से छह माह का अंतराल रखा जाएगा प्रथम चरण की परीक्षा सितंबर अक्टूबर तक और दूसरे चरण की परीक्षा मार्च-अप्रैल में ली जा सकती है परीक्षा 40 – 40 अंकों की होगी जबकि 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन व प्रायोगिक परीक्षा होगी इसके लिए सिलेबस को भी दो भाग में बांटा जाएगा दोनों टर्म के लिए सिलेबस अलग अलग होगा।
मैट्रिक और इंटर के अलावा कक्षा आठवीं नौवीं व दसवीं की बोर्ड परीक्षा में भी दो टर्म की परीक्षा को लागू किया जा सकता है सिलेबस पर होगा विचार को भी कोविड के कारण वर्ष 2021- 22 में शैक्षणिक सत्र को 31 जुलाई तक बढ़ाया गया है पूर्व में अप्रैल में शुरू हो जाता था सत्र को 3 माह बढ़ाया गया है।
ऐसे में वर्ष 2023 में मैट्रिक व इंटर का परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी का 10वीं व 12वीं का सत्र जुलाई में शुरू होगा वर्ष 2023 की मैट्रिक इंटर की परीक्षा मार्च में शुरू हो सकती है ऐसे में वर्ष 2023 के मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों को 8 माह का समय पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए मिलेगा ऐसे में कक्षा 10वीं व 12वीं के पाठ्यक्रम में कटौती पर भी विचार किया जा सकता है।