पटना। बाल अधिकार केंद्र, चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पटना द्वारा यूनिसेफ एवं बिहार स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के संयुक्त तत्वावधान में पैरा लीगल वालंटियर्स के साथ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बिहार स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के सभागार में किया गया।

 कार्यशाला कि शुरुआत आगंतुक अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम कि अध्यक्षता सीएनएलयू के कुलपति प्रो० डा० फैजान मुस्तफा कर रहे थे।बाल अधिकार केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डा० अमन कुमार ने सभी अतिथियों और सहभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला को आगे बढ़ाया।


इसके बाद यूनिसेफ कि मुख्य फिल्ड आफिसर मिस मार्गेट ग्वाडा ने अपनी बात रखी। इसके बाद प्रो० डा० फैजान मुस्तफा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि आप दुनिया के किसी भी क्षेत्र में कार्यरत हो अपने अधिकारों, अपने हक के लिए आपको कानून कि बेसिक जानकारी होना आवश्यक है। अपने संबोधन में डा० मुस्तफा ने कई जमीनी समस्याओं के विषय में बताया जो कागजों में तो है मगर जमीनी हकीकत कुछ और है।

इसके बाद तकनीकी सत्र कि शुरुआत करते हुए यूनिसेफ के श्री सफीउर रहमान ने कार्यशाला में भाग ले रहे (पीएलवी) पैरा लीगल वालंटियर्स को menti.com के माध्यम से एक क्विज़ प्रतियोगिता में शामिल कराया। इसके बाद श्री रहमान ने बहुत ही छोटे छोटे सवालों के माध्यम से पैरा लीगल वालंटियर्स को जानकारी दी।

इसके बाद यूनिसेफ कि मिस रश्मि कुमारी ने बच्चों को दिए गए विशेष अधिकारों और बाल विवाह के विषय में विस्तार से बताया।मिस रश्मि कुमारी ने बच्चों को दिए गए विशेष अधिकार क्यों दिए गए इस संबंध में जानकारी दी। इसके बाद यूनिसेफ के शाहिद जावेद ने (जेजे बी) जुबेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिनियम को पढ़ाया नहीं जा सकता,यह पढ़ने कि चीज़ है।इसको पढ़ें और समझें।सभी अधिनियमों में अगर आप बच्चों से जुड़े अधिनियम को गंभीरता से पढ़ लें,समझ लें तो एक बहुत बड़ी आबादी कि समस्या,उसके अधिकार,उसके निराकरण के रास्ते को समझ सकते हैं।

श्री जावेद ने बहुत ही आसान तरीके से जुबेनाइल जस्टिस एक्ट,इस एक्ट से बच्चों को होने वाले लाभ आदि के विषय में विस्तार से बताया। इसके बाद श्री जावेद ने पाक्सो एक्ट,बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम के मुद्दे पर भी विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद बालसा के रजिस्ट्रार मिस अनुपमा ने पैरा लीगल वालंटियर्स को उनके कर्तव्यों, उनके द्वारा हो सकने वाले कार्यों के विषय में जानकारी दी। इसके बाद बाल अधिकार केंद्र के डा० चंदन कुमार ने बच्चों के अधिकार, बच्चों के विशेषाधिकार,बाल विवाह,बाल श्रम के मुद्दे पर अपनी बात रखी और पैरा लीगल वालंटियर्स के सवालों के जवाब दिए।इसके बाद एक बार फिर क्विज़ का आयोजन किया गया।

यूनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ श्री बंकु बिहारी सरकार ने कार्यशाला के आयोजन, फायदे आदी के विषय में बताया। इसके बाद डा० चंदन कुमार के द्वारा सभी आगंतुकों और पैरा लीगल वालंटियर्स को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम कि समाप्ति कि गई। कार्यशाला में शामिल सभी प्रतिभागियों को कार्यशाला में शामिल होने का प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया।